मोटर मार्ग को खुलवाने के लिए आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सांकेतिक धरना–प्रदर्शन
पुरोला। जनपद उत्तरकाशी के मोरी–सांकरी मोटरमार्ग फफराला खड्ड के पास गत दो माह से बंद पड़ा है। और कोई सुध लेने वाला भी नहीं है। जिसको लेकर आज सेंचुरी क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांव के ग्रामीणों ने फफराला के पास सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने शीघ्र मोटर मार्ग न खोलने पर उग्र आंदोलन को चेताया है।
मोरी–सांकरी मोटरमार्ग फफराला खड्ड के पास बाढ़ आने के कारण लगभग दो माह से बंद पड़ा है जिससे गोविन्द वन्य जीव राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के करीब दो दर्जन से भी अधिक गांवों के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं इस विकराल खड्ड को पार करते समय स्थानीय विधायक दुर्गेश्वर लाल का वीडियो भी वायरल हो गया था जिसमें वह गिरते–गिरते बचे थे। ग्रामीण इस मोटरमार्ग को खोलने हेतु कई बार लोनिवि के अधिकारियों सहित स्थानीय प्रशासन को भी अवगत करवा चुके है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है। आज जखोल क्षेत्र के लिवाड़ी, फिताड़ी, रेक्चा, हरिपुर, जखोल, सटूड़ी, सांवणी, धारा, सुनकुंडी, पांव तल्ला/मल्ला, सिरगा,गंगाड सहित अन्य गांव के लोगों ने फफरारा खड्ड में धरना-प्रदर्शन कर पीडब्ल्यूडी के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होने शीघ्र मोटरमार्ग न खोलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदर्शन करने वालों में ग्राम प्रधान जखोल विनोद कुमार, क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय रावत, ग्राम प्रधान पांव राहुल, किशन सिंह रावत, नरेंद्र, सूरत सिंह, केशर सिंह, ताजी सिंह, शूरवीर सिंह सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
क्या कहना है सामाजिक कार्यकर्ता किशन सिंह रावत का…
गत दो माह पूर्व फफराला खड्ड उफान में आने से उक्त मोटरमार्ग का करीब डेढ सौ मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था जिससे क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांव के ग्रामीणों को भारी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ग्रामीण कोटगांव सांकरी–बाईपास मोटरमार्ग से आवाजाही कर रहे है लेकिन यह मार्ग काफी जोखिम भरा है। साथ ही जखोल सहित लिवाड़ी, फिताड़ी, राला, हरिपुर, आदि क्षेत्र के ग्रामीणों को 12 किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। वर्तमान समय में क्षेत्र में ग्रामीणों की नगदी फसल सेब और आलू तैयार है लेकिन कई बार लोनिवि के अधिशासी अभियंता सहित स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया गया। बावजूद मोटरमार्ग नहीं खोला गया है।
फफराला खड्ड में हुई क्षति का आगंणन शासन को भेज दिया गया है लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। – दीपक कुमार अधिशासी अभियंता लोनिवि पुरोला।