जांच में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के ड्रीम प्रोजेक्ट सूर्यधार बांध निर्माण मामले में लापरवाही बरतने का लगा है आरोप
Dehradun। पुष्कर सिंह धामी सरकार ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट सूर्यधार बांध निर्माण मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सिंचाई विभाग के तत्कालीन अधिशासी अभियंता डीके सिंह को निलंबित कर दिया है। आदेश के अनुसार इस अवधि में वे प्रमुख अभियंता कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
जानकारी के अनुसार दिसंबर 2017 में तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र रावत ने सूर्यधार बैराज योजना को मंजूरी दी थी। पर्यटन की दृष्टि से भोगपुर (थानो) के समीप सौंग नदी पर इसे बनाया गया है। इससे दून में पेयजल की आपूर्ति भी प्रस्तावित है। सरकार ने सूर्यधार झील की ऊंचाई 08 मीटर निर्धारित की थी। 50.18 करोड़ इसके लिए स्वीकृत भी किए गए थे। आरोप है कि अधिशासी अभियंता डीके सिंह ने बिना अनुमति झील की ऊंचाई दो मीटर बढ़ा दी, जिससे इस पर लगभग 62 करोड़ का खर्च हुआ। इस मामले की जानकारी मिलने पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने जांच के निर्देश दिए थे। प्रशिक्षण सेंटर फार ट्रेनिंग एंड रिसर्च इन फाइनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन के निदेशक जीवन चंद्र जोशी की अध्यक्षता में कमेटी बनी थी। 20 सितंबर को कमेटी ने रिपोर्ट शासन को सौंपी, जिसमें अधिशासी अभियंता पर वित्तीय अनियमितता का आरोप है। इस आधार पर सिंचाई सचिव एचसी सेमवाल ने अधिशासी अभियंता को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं।