Naugaon (उत्तरकाशी)। रंवाई घाटी के गंगटाड़ी में महापर्व देवलांग (मेला) बड़ी धूमधाम से मनाया गया। ठकराल पट्टी के 07 गांव के अराध्य देव राजा रघुनाथ मंदिर गंगटाड़ी में आज महापर्व देवलांग बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। उसके बाद आयोजित भंडारे में सभी लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
रंवाई घाटी के मनपा थोक पट्टी ठकराल के कोटि, फरी, पटांगनी, खांड, घटाल गांव, मशाल गांव के आराध्य देव राजा रघुनाथ मंदिर गंगटाड़ी में महापर्व देवलांग बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। इस मौके पर ग्रामीणों द्वारा रासों/तांदी नृत्य आयोजित किया। जिसका दर्शकों ने खूब आनंद उठाया है।
क्या है देवलांग : देवदार वृक्ष की एक बड़ी मशाल है देवलांग जिसे महापर्व के दिन लोग जंगल से सुरक्षित रघुनाथ मन्दिर लाते हैं। उसके बाद देवदार के विशालकाय वृक्ष पर लकड़ियां बांधते हैं और शुभ मुहर्त पर देवलांग को लकड़ियों के सहारे खड़ाकर आग लगाई जाती है। उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। देवलांग को देखने लोग दूर–दूर से आते हैं। इस मेले को अंधकार पर प्रकाश की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
ये रहे उपस्थित : ग्राम प्रधान गंगटाड़ी सतीश सेमवाल, ग्राम फरी प्रधान एकादशी असवाल, ग्राम कोटि प्रधान खेमराज सिंह रावत, हरिशरण सेमवाल, गुरु प्रसाद सेमवाल, भरत सिंह राणा, उज्जल सिंह असवाल, प्रकाश सेमवाल, अमर चंद, प्रताप चौहान, त्रेपन चौहान, जगवीर सिंह रावत, उपेंद्र, सहित मनपा थोक पट्टी ठकराल के सभी लोग उपस्थित रहे।