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आस्था पर चोट पहुंचाने वालों के खिलाफ़ दर्ज हो मुकदमा–करणी सेना 

दबाव व बीना छानबीन के एससीएसटी एक्ट में दर्ज मुकदमे वापस हों 

Mori (उत्तरकाशी)मोरी के सालरा गांव में मंदिर में प्रवेश को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा, मोरी पहुंचे करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर शक्ति सिंह ने सैकड़ों लोगों का नेतृत्व करते हुए थाने का घेराव किया और कहा कि आस्था पर चोट पहुंचाने वाले आयुष और भीम आर्मी के मंजीत सिंह नौटियाल के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।

करणी सेना के नेतृत्व में मोरी थाने का घेराव करते प्रदर्शनकारी

करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर शक्ति सिंह का पुरोला/ मोरी में भव्य स्वागत किया गया मोरी के सालरा गांव में दलित युवक आयुष के कौल केदारी मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश और पौराणिक मूर्तियों के साथ तोड़ फोड़ के साथ ही हजारों वर्षों से जल रही अखंड धूनी को खंडित करने के मामले में थानाध्यक्ष मोरी को शिकायती पत्र देते हुए तुरंत आयुष के खिलाफ आस्था पर चोट पहुंचाने व धार्मिक उन्माद पैदा करने, मंदिर के साठ वर्षीय ठाणी रामदयाल पर जानलेवा हमला करने, मंदिर में रखे सोना चांदी चोरी करने के आरोप में मामला दर्ज करने को लेकर सालरा व मोहताड के सैकड़ों ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष मोरी को शिकायती पत्र दीया।वहीं करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर शक्ति सिंह ने थाने में धरने पर बैठे सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सवर्ण समाज के लोगों ने लड़ना छोड़ दिया है तभी तो  हम पर बाहर से लोग आकर अपनी हुकूमत चलाते हैं भीम आर्मी के   अध्यक्ष मंजीत सिंह नौटियाल द्वारा प्रशासन के आला अधिकारियों के सामने मंदिरों पर बुल्डोजर चलाने वाला बयान बड़ा ही शर्मनाक और ओछी हरकत वाला है। मामले की गर्त और बीना छानबीन केे ही मोरी पुलिस दबाव में आकर बैनोल गांव के पांच लोगों पर एससीएसटी के तहत मामला दर्ज कर पांचों लोगों को जेल भेज दिया जो की संविधान के अधिकारों के खिलाफ है।

वहीं स्थानीय विधायक दुर्गेश्वर लाल सहित अन्य नेता भी इस मामले से दूरी बनाए रखे हैं अभी तक विधायक दुर्गेश्वर लाल ने इस मामले पर कोई वक्तव्य नहीं दिया जबकि यह मामला उसी दिन तूल पकड़ा जब विधायक अपने गृह क्षेत्र में पुश के त्योहार मनाने निकले थे

करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर शक्ति सिंह ने कहा जब तक फर्जी तरीके से किए गए मुकदमें वापस नहीं  लिए जाते  और मामले में  की लिप्त लोगों की    गिरफ़्तारी नहीं होती वे आन्दोलन वापस नहीं लेंगे साथ ही सरकारी कर्मचारीयों द्वारा जातिवाद का विष फैलाने वाले अध्यापकों पर भी तुरंत कार्यवाही और इन लोगों पर  मुकदमा दर्ज कर इन्हें बर्खास्त करने की भी मांग की इस अवसर पर फौजी गंभीर चौहान,अरविंद पंवार, हरीश रावत, देवेंद्र नौडियाल, राकेश राका, राजपाल पंवार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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