पुरोला,(uttarkashi) देर रात हुई मूसलाधार बारिश से नदी नालों का जल स्तर बहुत बढ़ गया, जिसमें बड़े बड़े बोल्डरों के साथ पेड़ भी बह कर आए, छाड़ खड्ड और कमल नदी का विक्राल रूप और इसमें बह रहे बोल्डरों की आवाज से नदी के मुहाने पर रह रहे लोग रात भर अपने घर छोड़ रोड़ों पर टहलते रहे खड़ से लगी सड़को को भी खासा नुकसान हुआ है। कई घरों में मलवा भर गया साथ ही छाडा खड़ में वाहन बहने की भी सूचना आ रही है। आशंका जताई जा रही है कि अकरु के जंगलों में कहीं बादल फटने की घटना हुई हो जिससे नदी और बरसाती गदेरो का जलस्तर एकाएक बढ़ गया है।
देर रात ढाई बजे हुई मूसलाधार बारिश से नगर क्षेत्र में बहने वाले छाडा खड्ड ने तबाही मचा दी जिसकी चपेट में कई दुकानें, भवन, वाहन सहित कृषि भूमि भी तबाह हो गई। छाडा खड्ड का वेग इतना तेज था कि रात भर इसमें बड़े-बड़े बोल्डर और पेड़ बह कर आ रहे थे जिससे रावत सीमेंट स्टोर की परिसर में खड़ी मनोज चौहान की ऑल्टो कार सहित एक स्कूटी भी बह गई छाडा खड्ड पर बाल्ले मशीन के पास नगर पंचायत की नव निर्मित पुलिया भी बाड़ की चपेट में आने से बह गई ।
वहीं सुनारा छानी – तल्डा को जोड़ने वाला एकमात्र पुल बाढ़ की भेट चढ़ा।छाडा, कुरडा, रतेड़ी गांवों में सैकड़ों हैक्टर धान की खेती भी बह गई। प्रशासन अभी आपदा से हुई क्षति का आकलन करने के लिए जुटा हुआ है।