
Purola (उत्तरकाशी)। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में एक बालिका व शिक्षिका विवाद में शिक्षिका द्वारा न्यायालय की शरण में जाने के बाद न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने दोनों बालिकाओं, उनके माता–पिता सहित 07 लोंगो के विरुद्ध आपराधिक षड्यंत्र के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पुरोला में गत जुलाई माह में अध्यनरत कक्षा 10वीं की एक बालिका पर विद्यालय प्रबंधन ने शिक्षिकाओं के साथ अनुशासनहीनता करने का आरोप लगाया था। आरोप यह था कि बालिका द्वारा विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका को किसी लड़के के नाम से पत्र लिखे जा रहे है। जब छात्रा से इस बारे से पूछताछ की गई तो विद्यालय में अध्यनरत छात्रा की सगी बहन ने भी शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता की थी। गौरतलब है कि छात्रा की 03 अन्य बहने भी इसी विद्यालय में अध्यनरत है। छात्रा के पिता द्वारा उस समय अपनी चारों बेटियों को विद्यालय से निष्कासित करने का आरोप लगाया गया था। तब इस मामले को लेकर यहां धरना-प्रदर्शन भी हुआ था। उसके बाद कुछ जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में यहां विद्यालय प्रबंधन के साथ बैठक कर मामला सुलझा लिया गया था, लेकिन अब शिक्षिका द्वारा न्यायालय की शरण में जाने के बाद एक बार फिर मामला गरमा गया है।
शिक्षिका कुसुमलता चौहान ने यहां से अपना स्थानांतरण चमोली जनपद में करा लिया है। उन्हें यहां से रिलीव भी कर दिया गया है। उनके स्थान पर अब तक विद्यालय में कोई भी शिक्षिका नहीं आई है। शिक्षिका गणित विषय में कार्यरत थीं और भौतिक विज्ञान पढ़ा रही थी। जिससे छात्राओं के पठन-पाठन पर बुरा असर पड़ रहा है। – ऋतंबरा सेमवाल, प्रधानाध्यापिका राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पुरोला।
न्यायालय के आदेश पर शिक्षिका के साथ गाली–गलौज, अभद्रता करने, झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देना व झूठे पत्र डालकर शिक्षिका के सम्मान को ठेस पहुंचाने के आरोप में दोनों बालिकाओं व उनके माता/पिता सहित सात लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। –हेमलता, प्रभारी थानाध्यक्ष पुरोला।