बीबीसी ख़बर,न्यूज नेटवर्क पुरोला
Purola (March 11/24) मोरी विकास खंड के ग्राम पंचायत खेड़मी और राजस्व गांव नितुषा के ग्रामीणों ने तहसीलदार मोरी को ज्ञापन देकर “सड़क नहीं तो वोट नहीं” को लेकर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावानी दी है। साथ ही खेडमी के ग्राम प्रधान सुरेंद्र देवजानी ने सड़क न बनने पर अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी भी दे डाली है।
मोरी विकास खंड के ग्राम पंचायत खेड़मी और राजस्व गांव नितुषा के ग्रामीणों ने आज तहसीलदार मोरी जब्बर सिंह असवाल को ज्ञापन देकर लोक सभा चुनावों के बहिष्कार की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने सरकार पर आरोप लगाया की आज भी खेड़मी के लोगों को सड़क मार्ग बिंगसारी से पांच किमी पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है। यही हाल राजस्व गांव नितुषा का भी है। ग्रामीणों का कहना है कि दिक्कते तो तब बढ़ जाती है जब इन दो गांवों में कोई बीमार हो जाता है या किसी गर्भवती महिला का स्वास्थ्य बिगड़ जाए तब सड़क मार्ग तक आना बहुत मुश्किल हो जाता है। ग्राम पंचायत खेड़मी के प्रधान सुरेंद्र देवजानी का कहना है कि वर्ष 2007 में मुख्यमंत्री ने खेड़मी सड़क की घोषणा भी किया था लेकिन आज तक अमली जामा नहीं पहनाया गया। देवजानी ने सरकार को चेतावानी देते हुए कहा कि यदि सरकार जल्द इन दो गांवों में सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति नहीं देती है तो वो अपने पद से भी त्यागपत्र दे देंगे साथ ही सड़क नहीं तो वोट नहीं को थीम पर इन दो गांवों के लोग लोक सभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है।
इस अवसर पर सुरपाल, मदन,प्रीतम, प्रेमलाल,अनिल, पुष्पेंद्र, योगेश्वरी आदि लोग मौजूद रहे।