BBC ख़बर , न्यूज नेटवर्क पुरोला
Purola/Uttarkashi (Sep 04/24) बर्फिया लाल जुवांठा राजकीय महाविद्यालय पुरोला में दो दिवसीय “देवभूमि उद्यमिता योजना” के बूट कैंप का आयोजन किया गया इसके सफल क्रियान्वयन हेतु, प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद, गुजरात के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजन शुरु किया गया ।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद, गुजरात से उद्यमिता विशेषज्ञ डॉ सुमित कुमार, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए के तिवारी, योजना के नोडल डॉ विनय नौटियाल, क्षेत्र के उद्यमि पंकज गैरोला, डॉ यमुना रतूड़ी और राजीव नौटियाल द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। बूट कैंप के प्रथम दिवस पर डॉ विनय नौटियाल द्वारा दो दिवसीय बूट कैंप की कार्य योजना और विशेषता सभी के सम्मुख रखी गयी। उद्यमि पंकज गैरोला ने डेरी उद्योग के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया और साथ ही साथ प्रतिभागियों को उद्यम स्थापित करने के लिए भी प्रेरित किया।
डॉ यमुना रतूड़ी द्वारा उद्यमी बनने से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी गई। राजीव नौटियाल ने क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से उद्यम स्थापित करने की सलाह दी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए के तिवारी द्वारा प्रतिभागियों को स्टार्टअप के माध्यम से स्वरोजगार करने के लिए प्रेरित किया गया। अहमदावाद के ई डी आई आई के विशेषज्ञ सुमित द्वारा उद्यम स्थापना के लिए किन किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए और उद्यम स्थापित करने के लिए उनकी संस्था और सरकार द्वारा दिए जाने वाले सहयोग पर अपने विचार रखे गए। सभी प्रतिभागियों द्वारा बड़े उत्साह से कार्यक्रम में हिस्सा लिया गया। कुछ प्रतिभागियों द्वारा अपने आइडिया भी प्रस्तुत किए गए। बूट कैंप के द्वितीय दिवस में प्रतिभागियों द्वारा अपने आईडिया को पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में पधारे क्षेत्रीय उद्यमी नरेश नौटियाल द्वारा क्षेत्रीय उत्पादों को प्रोसेस कर बाजार तक पहुँचाने के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया गया।
उद्यमिता विकास योजना के नोडल डॉ विनय नौटियाल ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों और स्थानीय युवाओं को उद्यमिता और नवाचार के प्रति जागरूक करना और बूट कैंप के दौरान क्षेत्र में उद्यमिता की संभावनाओं को तलाशने, उद्यमियों का हर सम्भव सहयोग करने, उद्यमिता का माहौल तैयार कर उद्यम स्थापित करने की योजना के अहम पहलुओं पर गहनता के साथ विचार विमर्श करना है। बूट कैंप में लगभग 150 युवाओं को पंजीकृत कर, जागरूक एवं प्रशिक्षित किया गया है। इस योजना के तहत महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं के साथ-साथ अन्य स्थानीय युवाओं को भी सहयोग प्रदान किया जाएगा। उत्कृष्ठ एवं कारगर व्यावसायिक प्रस्तावों को चयनित कर राज्यस्तरीय मेगा स्टार्ट अप कार्यक्रम में प्रस्तुत किया जाएगा। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।