Mori (उत्तरकाशी)। राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों का पहिया किस गति से दौड़ता है। इसकी एक बानगी मोरी क्षेत्र में देखने को मिल रही है। जहां वर्ष 2006 में स्वीकृत जखोल धारा मोटर मार्ग जिसकी लम्बाई डेढ़ किमी है लेकीन 16 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक नहीं बन पाई। ग्रामीणों ने मंगलवार को एक बैठक कर शीघ्र इस पर कार्रवाई न करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।मोरी ब्लाक के गोविन्द वन्य जीव विहार के धारा गांव के लिए वर्ष 2006 में जखोल से धारा डेढ़ किमी मोटरमार्ग की स्वीकृति राज्य सेक्टर से हुई थी लेकिन लोनिवि की लापरवाही के कारण 16 वर्ष बाद भी अभी तक इस डेढ़ किमी मोटर मार्ग का निर्माण नही किया गया। इस संबंध में ग्रामीण कई बार लोनिवि के अभियंताओ के चक्कर काट चुके है लेकिन कोई भी उनकी फरियाद सुनने को तैयार नही है। ग्रामीणों ने मंगलवार को यहां बैठक कर शीघ्र मोटरमार्ग निर्माण की कार्रवाई शुरू न करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। बैठक में रणदेव पंवार, टीका पंवार, विजय सिंह, कृपाल सिंह, प्रवीन पंवार, कर्म सिंह, त्रेपन सिंह पंवार आदि मौजूद थे।
क्या कहना है ग्राम प्रधान का …
जखोल धारा डेढ़ किमी मोटरमार्ग वर्ष 2006 में राज्य सेक्टर से स्वीकृत है लेकिन लोनिवि की लापरवाही के कारण सड़क निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है। यहां 120 मीटर भाग गोविन्द वन्य जीव विहार क्षेत्र में है लेकिन लोनिवि द्वारा अभी तक भूमि स्थानांतरित संबंधित पत्रावली तैयार नही की गई है जबकि ग्रामीणों द्वारा कई बार सहमति दी जा चुकी है। जयवीरी देवी ग्राम प्रधान धारा।
क्या कहना है अधिकारियों का …
मोटरमार्ग का एलाइमेंट पास हो गया है। गोविंद वन्य जीव विहार व लोनिवि द्वारा सयुंक्त सर्वेक्षण भी कर दिया गया है अब भूमि स्थानांतरण की कार्रवाई की जा रही है। रविंद्र चौहान कनिष्ठ अभियंता लोनिवि पुरोला।
लोनिवि द्वारा अभी तक इस मोटरमार्ग की डीपीआर ऑनलाइन नही की गई है। डीपीआर ऑनलाइन होने के बाद नोडल की संस्तुति के बाद ही गोविन्द वन्य जीव विहार द्वारा भूमि की स्थानांतरण की कार्रवाई की जाएगी।–डीपी बलूनी उप निदेशक गोविन्द वन्य जीव विहार पुरोला।