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जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर,आधा दर्जन गावों के लोग 

रिपोर्ट: महिदेव असवाल,

मोरी/पुरोला,जखोल–लिवाड़ी मोटर मार्ग पर इन दिनों सैकड़ो ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। हालांकि विगत 9 जुलाई से मार्ग पुरी तरह आवाजाही के लिए बंद हो चुका है उक्त मोटर मार्ग कई जगह से धंस गया या टूट गया है। विभागिय अधिकारी इसकी सुध लेते दिख नहीं रहे।

जोखोल–लिवाड़ी सड़क मार्ग पर आए मलवे को पार करता ग्रामीण

मोरी विकास खंड के सुदूरवर्ती जखोल–लिवाड़ी मोटर मार्ग के फिताडी, लिवाड़ी, राला, रेक्चा, हरिपुर, कासला आदि गांवों के लोग इन दिनों सड़क मार्ग से आवाजाही करने से वंचित हैं। सड़क मार्ग पर जगह जगह भू–धसाव होने से रोड क्षतिग्रस्त हो गई है।

जिस वजह से स्थानीय ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय ग्रामीण सत्यवान सिंह रावत,योगराज सिंह, भगत सिंह आदी का कहना है। कि उक्त सड़क पर विभागीय अधिकारी बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। लिहाजा ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,उक्त सड़क मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। और वर्षों से एक अदद पुल का निमार्ण कार्य विभाग नहीं करवा पा रहा है।

वहीं सड़क मार्ग की दयनीय स्थिति के लिए वेबकोश के अवर अभियंता आशीष का कहना है की नदी का जल स्तर बहुत बढ़ा हुआ है और लगातर बारिश भी चल रही है जिस वजह से मशीनों को नदी पार करवा कर कार्य करना किसी खतरे से कम नहीं है 15 अगस्त के बाद संभवतः बरसात कम हो जाए, और नदी का जल स्तर भी घट जायेगा उसके बाद सड़क के पुनर्निर्माण की कवायद तेज गति से शुरू की जायेगी साथ ही 65 मीटर मोटर पुल के एप्रोच रोड के लिए शासन स्तर पर आगड़न भी पेंडिंग पड़ा हुआ है।

हालांकि सरकार द्वारा अभी किलोमीटर तीन से सात तक वैकल्पिक मोटर मार्ग के निर्माण हेतू  5 करोड रुपए की वित्तीय स्वीकृति दे दी है।

 

 

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