पुलिस ग्रेड प्रकरण : चार सिपाही निलंबित, परिजनों ने दी थी आंदोलन की चेतावनी
कर्मचारी आचरण नियमावली के उल्लंघन पर कारवाई
चारों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू
Dehradun। उत्तराखंड में पुलिस ग्रेड प्रकरण में पुलिस विभाग ने चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते निलंबित कर दिया है। पुलिस परिजनों द्वारा ग्रेड पे मामले में आंदोलन की चेतावनी के बाद पुलिस महकमे ने चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित पुलिस कर्मियों में एसडीआरएफ यमुनोत्री में तैनात कुलदीप भंडारी, चमोली में तैनात दिनेश, पीएचक्यू में तैनात हरिंदर सिंह और लक्खीबाग चौकी में तैनात मनोज बिष्ट शामिल हैं। चारों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार रविवार को उत्तरकाशी में तैनात सिपाही कुलदीप भंडारी की पत्नी आशी भंडारी, पुलिस मुख्यालय में तैनात दिनेश चंद की पत्नी उर्मिला चंद और चमोली में कार्यरत हरेंद्र रावत की मां शकुंतला ने ग्रेड प्रकरण को लेकर देहरादून में प्रेस कांफ्रेंस की थी। उन्होंने जवानों को 4600 ग्रेड-पे देने और ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस और ग्रेड को लेकर पुलिस विभाग के अधिकारियों ने विचार–विमर्श किया। प्रकरण में कार्रवाई करते हुए विभाग ने तीनों जवानों को निलंबित कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि, कुलदीप और उसकी पत्नी को कई बार समझा चुके हैं कि फोर्स का अनुशासन ना तोड़ें, लेकिन उनका आंदोलन लगातार जारी रहा।
पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं : डीजीपी अशोक कुमार ने मीडिया को बताया कि चार सिपाहियों को निलंबित किया गया है। उनके परिजनों का एक प्रतिनिधि मंडल मिलने भी आया था, उन्हें भी समझाया गया कि वह अपनी मांग उपयुक्त तरीके से रखें। कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।