Purola (उत्तरकाशी)। धर्मांतरण मामले को लेकर पुरोला दौरे पर पहुंचे एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने पुलिस अधिकारियों को मामले में बगैर देर किए त्वरित गति से प्राथमिक जांच करने के निर्देश दिए हैं। वहीं वी मुरुगेशन के जनता से मुखातिब हुए बिना वापस लौटने से हिंदू संगठनों और व्यापारियों में भारी रोष बना है।
धर्मांतरण मामले को लेकर डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार के आदेश पर एडीजी कानून व्यवस्था को क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करने व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए पुरोला भेजा था। बृहस्पतिवार शाम लोनिवि अतिथि गृह पहुंचे उत्तराखंड के एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन हिंदू संगठन, व्यापार मंडल, जनप्रतिनिधियों से बीना मिले ही नशा मुक्ति की मीटिंग लेने सुबह बड़कोट रवाना हो गए और वहां से देहरादून लौट गए। जिससे हिंदू संगठनों और व्यापारियों में रोष व्याप्त है।
किसका क्या है कहना…
पुरोला जैसी शांत वादियों में धर्मांतरण जैसा बड़ा संवेदनशील मामला सामने आया, इसके विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, बाजार बंद रहा और एडीजी वी मुरुगेशन बिना लोगों का पक्ष जाने ही देहरादून रवाना हो गए।– बृजमोहन सिंह चौहान, व्यापार मंडल अध्यक्ष।
एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन का आंदोलन कर रहे संगठनों से न मिलना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है, लोगों से मुखातिब हुए बिना ही देहरादून चले जाने से पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।–वीरेंद्र रावत, कार्यकारी अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद।
एडीजी कानून व्यवस्था धर्मांतरण मामले में पूरी निगरानी बनाए हैं। उन्होंने बिना ढिलाई बरते प्राथमिकता के आधार पर त्वरित जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच जारी है। –सुरेंद्र सिंह भंडारी, सीओ बड़कोट।