‘15 दिसंबर से पहले पूर्ण करें सभी निर्माण कार्य’ : डीएम अभिषेक रुहेला
जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में व्यवस्थाओं का लिया जायजा
Naugaon (उत्तरकाशी)। आगामी चारधाम यात्रा (2023/24) की व्यवस्थाओं एवं मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने एवं यात्रा को सुगम, सुलभ और सुरक्षित संचालन को लेकर आज जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। और संबंधित अधिकारियों को 15 दिसम्बर तक युद्ध स्तर पर निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए।
डीएम अभिषेक रुहेला ने यमुनोत्री धाम में समस्त निर्माण कार्यों को 15 दिसम्बर तक युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिए। डीएम ने जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक पैदल मार्ग को सुगम व सुरक्षित बनाने और भैरव मंदिर से आगे पैदल मार्ग पर पहाड़ी से आ रहे प्राकृतिक झरने के पास शेल्टर निर्माण करने के निर्देश ईई लोनिवि को दिए। ताकि यात्रा के दौरान यात्रियों को आवागमन में असुविधा न हो। साथ ही पैदल मार्ग पर पानी की खाली बोतलों को कम्पेक्ट करने हेतु गेल कम्पनी द्वारा स्थापित काम्पेक्टर मशीन को क्रियाशील रखने को कहा। डीएम ने दोनों मशीनों को जानकीचट्टी एवं बड़कोट में स्थापित करने के निर्देश दिए। यमुनोत्री पैदल मार्ग के नौ कैंची के पास पेड़ से क्षतिग्रस्त टीन शेड और विद्युत पोल को सुदृढ़ करने एवं पेड़ को हटाने, बंडेली गाड़ से घोड़ा खच्चर वैकल्पिक मार्ग को दुरुस्त करने को कहा। जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक जगह-जगह से क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग,सुरक्षा रेलिंग मरम्मत एवं सुरक्षात्मक निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। वन विभाग के पुराने वैकल्पिक पैदल मार्ग के प्रारंभ में यात्रियों को बैठने के लिए टिन शेड बनाने को कहा। ताकि यात्रियों को चढ़ाई चढ़ते समय एवं बरसात और धूप से बचने के लिए बैठने के लिए उचित स्थान मिल सकें। चारधाम यात्रा के दौरान पैदल मार्ग की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए मार्ग की सफाई, शौचालय की सफाई और घोड़े खच्चर की लीद की सफाई व्यवस्था के लिए अलग-अलग स्वच्छता कार्मिकों की तैनाती करने के निर्देश अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को दिए। पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चर की लीद के निस्तारण के लिए पर्याप्त मात्रा में पिट बनाने को कहा। साथ ही पैदल मार्ग पर यात्री कचरा न फेंके इस हेतु निर्धारित स्थान चिन्हित कर साइनेज के साथ कचरे के लिए बेग रखें जाय और नियमित निस्तारण के निर्देश दिए। पैदल मार्ग पर जहां जहां चट्टान पर यात्रियों के सिर लगने का भय है उसे समय रहते ठीक करने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा मार्ग पर शौचालय, पेयजल व्यवस्था सहित प्रदान की जा रही अन्य सुविधाओं को चिन्हित करते पर्याप्त साइनेज, बोर्ड आदि लगाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को यात्रा मार्ग पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के साथ ही सभी लाइनों में लगाएं गए फिल्टर को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में चारधाम यात्रा से जुड़े अधिकारियों एवं मंदिर समिति के पदाधिकारियों साथ बैठक कर आगामी चारधाम यात्रा के सफल संचालन एवं आधारभूत व्यवस्थाओं को सुगम बनाने हेतु प्राथमिकता के तहत कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में पुल मरम्मत कार्य, मंदिर परिसर के पास क्षतिग्रस्त टाइल्स ठीक करने, रैलिंग कार्य, टीन शैड, गर्म कुंड के पास चेंजिंग रूम, वस्त्रदान व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही स्नान घाट में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाट को सुगम बनाने के निर्देश दिए। घोड़ा, खच्चर संचालन को लेकर पंजीकरण व्यवस्था करने के साथ ही ठोस व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
ये रहे उपस्थित : अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी बड़कोट सुबोध कुमार काला, एसडीएम जितेंद्र कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी यमुनावैली डॉ आरसी आर्य, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ भरतदत्त ढोंडियाल, अधिशासी अभियंता लोनिवि मनोहर सिंह बिष्ट, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत एमएस राणा, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, सह सचिव विपिन उनियाल सहित अन्य अधिकारी रहे।