
BBC ख़बर, ब्यूरो रिपोर्ट
देहरादून/ बागेश्वर उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रंजीत दास ने भाजपा का दामन थाम लिया। रंजीत दास ने 2022 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
भाजपा प्रदेश कर्यालय देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रह चुके रंजीत दास को पटका पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में रंजीत दास को पार्टी में शामिल कर बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस की अपेक्षा चुनावी बढ़त बना ली है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बागेश्वर उप चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। यह सीट विधानसभा सदस्य व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की मृत्यु के बाद रिक्त घोषित की गई थी। नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 17 अगस्त है। 21 अगस्त को नाम वापस लिए जा सकते हैं। इसके बाद पांच सितंबर को मतदान व आठ सितंबर को मतगणना होगी।
भाजपा से इनके नाम गए पैनल में
बृहस्पतिवार को चुनाव अभियान समिति ने विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति द्वारा भेजे गए पांच संभावित नामों पर विचार किया। इसमें तीन नामों का पैनल तैयार किया। बताया जा रहा है कि इस पैनल में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, पुत्र गौरव दास और दीपा आर्य का नाम शामिल है। दीपा आर्य जिला पंचायत में उपाध्यक्ष रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी चंदन राम दास की पत्नी या बेटे में से किसी एक को प्रत्याशी बना सकती है। इसका खुलासा 15 अगस्त हो सकता है।