Big Breking : विधानसभा में 2016 से 2021 के बीच की बैकडोर भर्तियां निरस्त, विस सचिव मुकेश सिंघल सस्पेंड
उत्तराखंड विधानसभा
Dehradun। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने भर्ती मामले में कड़ा एक्शन लिया है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2016 से तदर्थ नियुक्तियां निरस्त कर दी गई हैं जबकि वर्ष 2011 से पहले की भर्तियों को लेकर लीगल राय लेने की बात कही है। वहीं स्पीकर ने विधानसभा सचिव पर गंभीर आरोप लगने पर उनको निलंबित कर दिया है।
ज्ञातव्य हो इनदिनों उत्तराखंड में भर्तियों में धांधलिया सामने आ रही। विधानसभा में भी तदर्थ नियुक्ति के नाम पर घपला सामने आया था। जिसको लेकर शासन के निर्देश पर समिति गठित की गई थी, जिसने विस्तृत जांच कर रिपोर्ट गुरुवार देर शाम को विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दी थी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने आज प्रेसवार्ता कर 2016 की 150, 2020 की 6 और 2021 में हुई सभी तदर्थ नियुक्तियों को रद्द कर दिया है। इस संबंध में शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को भी सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2011 से पहले की भर्तियां रेगुलर हो चुकी हैं ऐसे में विधिक राय ली जाएगी। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने अंकिता भंडारी प्रकरण में कहा कि मामले की जांच की जा रही। अंकिता की खोजबीन जारी है। इस संदर्भ में डीजीपी को भी बुलाया गया है।