दुःखद : सुपिन नदी के किनारे मिला लापता महिला का शव

बीते 03 अगस्त को पास के जंगल में पशुओं को चुगाने गई थी मोरी लेवाड़ी गांव की महिला, उसके बाद घर नहीं लौटी
मोरी (उत्तरकाशी)। गोविंद वन्यजीव राष्ट्रीय उद्यान पुरोला में स्तिथ लिवाड़ी गांव से 3 अगस्त को पशुओं को चुगाने जंगल गई महिला की लाश गत (मंगलवार) को सुपिन नदी के किनारे पेड़ों के बीच में अटकी मिली है। परिजन, स्थानीय प्रशासन और पुलिस कई दिनों से महिला की खोजबीन कर रहे थे, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। महिला का आज सीएचसी नौगांव में पीएम करने के बाद परिजनों द्वारा यमुना नदी के किनारे दाह संस्कार कर दिया गया है।
गत मंगलवार को स्थानीय लोगों ने सूपिन नदी के किनारे महिला के शव होने की सूचना परिजनों और मोरी पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस, एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर महिला का शव पेड़ों के बीच से निकालकर अपने कब्जे में लिया। महिला का आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) नौगांव में पोस्टमार्टम के बाद यमुना नदी के किनारे परिजनों द्वारा दाह संस्कार किया गया है। महिला की दर्दनाक मौत से परिजन व ग्रामीण शोक में डूबे हैं।
जानकारी के अनुसार जनपद उत्तरकाशी के गोविंद वन्यजीव राष्ट्रीय उद्यान पुरोला में पड़ने वाले लिवाड़ी गांव की जमुना देवी (50) पत्नी विक्रम सिंह 03 अगस्त को पशुओं को चुगाने पास के जंगल में गई थी। इस दौरान हुई भारी बारिश से उफनाए गदेरे में महिला बह गई। महिला के परिजनों ने जमुना देवी के रात तक घर न पहुंचने पर उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। गत मंगलवार को महिला जमुना देवी का शव सुपीन नदी किनारे भारी बरसात में बह कर आए पेड़ों के बीच में मिला है।