Naugaon (हनोल)। जौनसार-बावर के हनोल स्थित महासू देवता मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में पूजा-अर्चना के साथ दो दिवसीय परंपरागत “जागड़ा” महोत्सव का शुभारंभ हो गया। इस मौके पर जागड़ा को राजकीय मेले का दर्जा दिलाने वाले प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज मौजूद रहे। मंत्री महाराज ने हनोल मंदिर में माथा टेककर देश/प्रदेश के खुशहाली की कामना की। सिद्धपीठ महासू देवता मंदिर हनोल में प्रारम्भ हुए “जागड़ा” मेले में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों सहित हिमाचल प्रदेश से आये हजारों श्रद्धालुओं ने देवदर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। जौनसार बावर में क्षेत्र में सबसे बड़े मेले के रूप में प्रसिद्ध “जागड़ा महोत्सव” जिसे हाल ही में “राजकीय मेला घोषित किया गया है में हनोल महासू मन्दिर में आज पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पंहुचे। जिला प्रशासन, पुलिस व मंदिर समिति ने जहां एक ओर इस आयोजन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की हैं वहीं दूसरी ओर मेले में आने वाले लगभग 20 हजार श्रद्धालुओं के लिए संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने अपनी ओर से भण्डारे की व्यवस्था की है। महासू देवता मंदिर में देवदर्शन के लिए सुबह से ही लंबी कतारें लगी रही।“जागड़ा” मेले के लिए मंदिर सहित महासू नगरी को फूूलों से सजा कर भव्य एवं दिव्य रूप दिया गया है। जागड़ा पर्व के दौरान हनोल की सड़कें भी 2 किलो मीटर तक रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रही है। इस बार मन्दिर परिषद् भण्डारे के पंडाल में एलसीडी स्क्रीन लगाकर मंदिर प्रांगण के नृत्य नाच गाने को लाइव दिखाया जा रहा है। इस मौके पर हनोल पहुंचे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि “मानव उत्थान समिति” के द्वारा खाद्यान्न सामग्री की व्यवस्था की गई है साथ ही उन्होंने कहा मन्दिर समिति के व्यवस्था की खूब तारीफ की है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए हनोल में स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद थी। मेलाधिकारी एसडीएम सौरव असवाल ने बताया कि मेले के लिए सुरक्षा व्यवस्था के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
ये रहे उपस्थित : विधायक दुर्गेश्वर लाल, जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरत राम शर्मा, सीओ विकासनगर संदीप नेगी , थाना अध्यक्ष आशीष रावियान, सचिव मोहन लाल सेमवाल, तहसीलदार चमन सिंह ,सीआर राजगुरु, रमेश डोभाल, रतन सिंह चौहान, जितेंद्र चैहान, एसडीओ अशोक कुमार, मातबर राणा, निरीक्षक पूरण, श्याम सिंह तोमर, सुरेश जिनाटा रहे।