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Purola/Mori (DEC 21/2023) टौंस वन प्रभाग एवं गोविंद वन्य जीव पशु विहार के जंगलों में इन दिनों आग लगी है। सर्दियों के मौसम में लगी आग इतनी भयानक है, की इस आग का धुआं घाटियों में छा गया है। जिससे विजिबिलिटी मात्र 50 से सौ मीटर रह गई है। वहीं आग के धुएं से आंखे जलन कर रही हैं लोग बीमार हो रहे हैं।इस आग पर विभागीय अधिकारी सिविल सोयम में आग लगने और पराली जलने की बात करते नज़र आ रहे हैं।
पुरोला टौंस वन प्रभाग के जंगलों में बीते कई दिनों से आग धधक रही है। जिससे जंगलों में उपजी वन संपदा पूरी तरह से आग की भेंट चढ़ चुकी है। टौंस वन प्रभाग के कोटी गाड़ रेंज, सांद्रा रेंज, देवता रेंज, पुरोला रेंज के जंगलों में कई दिनों से आग लगी है जिसका धुआं घाटियों में फैल गया है। धुआं इतना गहरा हो गया की घाटियों में विजिबिल्टी 50 से सौ मीटर ही रह गई है। जिससे बीमार लोगों के साथ ही बूढ़े और बच्चों को खासा दिक्कतें हो रही है। सूत्रों के अनुसार सांद्रा के कुलनी बीट के सालरा, कोटि गाड़, और पुरोला रेंज के गुनदीयाट गांव, रौन, नौरी बीटों में आग बहुत ज्यादा फैली हुई है। वहीं मोरी के पार्क क्षेत्र में सांकरी रेंज के जंगलों में भी आग लगना बताया जा रहा है।
ग्रामीण वीरेंद्र चौहान, अरविंद, उपेंद्र, आदी का कहना है की जंगलों में लगी आग से जहां जानवरों का चारा पत्ती आग की भेंट चढ़ गया है। वहीं इस आग के धुएं से आंखों में जलन और बुजुर्गों और बीमार लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वन कर्मी नजदीक की आग पर काबू पाने की कोशिश में तो लगे हैं लेकिन आग का दायरा काफी अधिक बढ़ गया है। वन कर्मी स्थानीय लोगों से आग बुझाने के लिए लगातार सहयोग की अपील कर रहे हैं। लेकिन स्थानीय लोगों का भी अपेक्षित सहयोग वन कर्मियों को नहीं मिल पा रहा है। वन कर्मियों द्वारा सर्दियों में आग लगने की खास वजह यह बताई जा रही है, कि एक तो अभी तक बारिश नहीं हुई है। दुसरा कारण जंगलों में फैला कबाड़ और झाड़ियां है। साथ ही पिछले दो वर्षों से जंगलों में आगजनी की घटनाएं ना के बराबर हुई थी। जिस कारण जंगलों में सुखा पड़ा है और आग तेजी से फैल रही है। जिस पर काबू पाना मुश्किल होता जा रहा है।
दो दिन पूर्व टौंस वन प्रभाग के उप वन संरक्षक कुंदन कुमार से जब इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो उनका कहना था कि टौंस वन प्रभाग के जंगलों में आग नहीं लगी है,आग तो सिविल सोयम में है। साथ ही किसान पराली जला रहे हैं जिसका धुआं घाटी में फैला हुआ है।
वहीं टौंस वन प्रभाग सहित अन्य जगहों के फायर और फॉगिंग के अलर्ट मैसेज लगातार मोबाइलों पर चल रहे हैं। वहीं SFRMS वेब साइट पर लगातार आग लगने की जानकारियां उपलब्ध हैं और जिम्मेदार अधिकारी इन से पल्ला झाड़ते हुए दिख रहे हैं।