राजनीति

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एक सामूहिक जिम्मेदारी, सबको करना होगा चिंतन–मनन : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 

उत्तराखंड शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ, बालवाटिका एवं बालवाटिका अभ्यास पुस्तिका का विमोचन 

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने एनईपी के अंतर्गत राज्य शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद देहरादून द्वारा तैयार बाल वाटिका एवं बाल वाटिका अभ्यास पुस्तिका का विमोचन किया गया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एक सामूहिक जिम्मेदारी का कार्य है। जिस पर सभी को चिंतन-मनन करना होगा। उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड वर्ष 2025 में अपनी रजत जयंती मन रहा होगा तब प्रत्येक विभाग के पास अपनी-अपनी विशेष उपलब्धि होनी चाहिये। शिक्षा विभाग द्वारा विभागीय अधिकारियों के लिये इंडियन पब्लिक स्कूल राजवाला देहरादून में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। विभागीय मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में एक साल के भीतर विद्या समीक्षा केंद्र तैयार किये जायेंगे, जिसके लिये केंद्र सरकार ने रुपये 5 करोड़ स्वीकृत कर दिये हैं। चिंतन शिविर में विकासखंड से लेकर निदेशालय स्तर के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग द्वारा इंडियन पब्लिक स्कूल राजवाला देहरादून में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। विभागीय मंत्री डॉ रावत ने कहा कि चिंतन शिविर में एनईपी के अंतर्गत राज्य शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद देहरादून द्वारा तैयार बालवाटिका एवं बालवाटिका अभ्यास पुस्तिका का मुख्यमंत्री के द्वारा विमोचन किया गया। डॉ रावत ने कहा कि ‘शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु एक कदम’ विषय को केंद्रित करते हुये चिंतन शिविर में शिक्षा से जुड़े  महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर विभागीय अधिकारियों ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतिकरण दिया। शिविर को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि आने वाले समय में  प्रधानाचार्यों, शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिये भी चिंतन शिविरों का आयोजन किया जाएगा ताकि उनके सुझावों भी शामिल कर भविष्य के लिए रोड़मैप तैयार किया जा सकें। इस मौके पर विधायक सहदेव पुंडीर, पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव दीप्ती सिंह, महानिदेशक बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा आरके कुंवर, निदेशक प्राथमिक शिक्षा बंदना गब्र्याल, निदेशक संस्कृत शिक्षा एसपी खाली सहित जिले से लेकर ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।

राज्य में शीघ्र लागू होगी नई शिक्षा नीति : शिक्षा मंत्री ने कहा कि अल्मोड़ा जनपद में 10 छात्रों पर एक शिक्षक, उत्तरकाशी में 9 जबकि सबसे न्यूनतम पौड़ी गढ़वाल में 8 छात्रों पर एक शिक्षक तैनात है। जो कि एनईपी में तय शिक्षक-छात्र संख्या से कहीं अधिक न्यून है। डॉ रावत ने कहा कि राज्य में शीघ्र नई शिक्षा नीति लागू की जाएगी। डॉ रावत ने नशा मुक्त कैम्पस, एनसीसी, एनएसएस से बच्चों को जोड़ने के साथ ही तय समय पर शिक्षकों एवं अधिकारियों के पदोन्नति देने की बात कही। चिंतन शिविर में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन ने नई शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों ने विभिन्न विषयों पर अपना-अपना प्रस्तुतिकरण दिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button