“नगर पंचायत नौगांव मोदी सरकार के स्वच्छता अभियान को दिखा रहा ठेंगा’
अस्तित्व में आये बित गया है 3 साल से ऊपर का समय
मूत्रालय नहीं होने से सड़क किनारे खुले में शौच जाने को मजबूर हैं स्थानीय व्यापारी और लोग
नौगांव। रोहित बिजल्वाण
नगर पंचायत नौगांव को अस्तित्व में आये तीन साल से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन अभी तक नगर पंचायत क्षेत्र में आवश्यक जगह पर शौचालय व मूत्रालय नहीं बन पाया है। आए दिन मुख्य चौराह के पास आज भी लोग खुले में मूत्र विसर्जन करने को मजबूर हैं।
सात वार्डों में से सिर्फ दो वार्डों में बने हैं शौचालय : आबादी वाले मुख्य चौराह पर आम लोगों व पर्यटकों के साथ व्यापारियों को मूत्र विसर्जन के लिए खुले आसमान में सड़क का ही किनारा एक मात्र सहारा बना है। स्थानीय निवासी हरीश रावत , अनोज रावत , वीरेंद्र रावत, प्रदीप रावत, संदीप रावत, प्रमोद रावत, अमित धीमान, निकिल रावत, विपिन रावत आदि लोगों का कहना है कि नगर क्षेत्र के सात में से जो दो वार्डों में शौचालय बनाये भी गए हैं, वे आबादी क्षेत्र से काफी दूर हैं। इस कारण लोग इनका कम ही इस्तेमाल कर पाते हैं। जबकि मुख्य चौराहे पर यहां भीड़-भाड़ व यात्रियों का आवागमन ज्यादा है और लोगों को मूत्रालय की ज्यादा आवश्यकता पड़ती है तो वहां पर नगर पंचायत द्वारा शौचालय व मूत्रालय नहीं बने ।
वार्ड चार में हैं कई सरकारी दफ्तर
नगर पंचायत नौगांव का प्रमुख प्रशासनिक वार्ड है, जिसमें 2 सरकारी बैंक ,एलआईसी, जल संस्थान और विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय भी इस मार्ग पर है। लेकिन, यहां मोदी सरकार के स्वच्छता अभियान को पलीता लग रहा है।