Mori (उत्तरकाशी) मोरी के सालरा गांव में दलित युवक के साथ हुई मारपीट व पौराणिक मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर की गई क्षति को लेकर हुए बवाल के संबंध में दो दिनों से स्थानीय विधायक के नेतृत्व में चल रही महापंचायत बैठक बेनतीजा रही अब सबकी निगाहें न्यायपालिका पर ही टिकी है। वहीं विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि दो दिनों से चल रही बैठक आपसी भाईचारे को बनाए रखने के लिए थी इस बैठक से क्षेत्र में माहौल अब तनावपूर्ण नहीं रहा है। जल्द ही इस मसले को भी सुलझा लिया जाएगा।
मोरी के सालरा गांव में दलित युवक के मंदिर गर्भ गृह में प्रवेश को लेकर मचे बवाल के बाद स्थानीय विधायक दुर्गेश्वर लाल की अध्यक्षता में बुधवार से चल रही बैठक बेनतीजा रही बैठक में मोहताड,बागी,सालरा,बेनोल, नुरानू,आराकोट, सहित ढेड़ दर्जन गांवों से लोग पहुंचे थे। आयुष के पिता अत्तर लाल किसी भी सूरत में कोई भी समझौते करने के लिए तैयार नहीं हुए। सूत्रों की मानें तो आयुष के पिता का कहना था कि जब तक उनको मन्दिरों में प्रवेश को लेकर लिखित आश्वासन नहीं मिलता तब तक वह कोई भी समझौता करने को तैयार नहीं है। वहीं आयुष के पिता अत्तर लाल का कहना है कि मुझे सरकार और न्यायालय पर भरोसा है। वो जरूर उनके साथ न्याय करेंगे। वहीं दूसरी ओर
क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल का कहना है कि उक्त प्रकरण के बाद बाहरी लोगों का इस मामले पर दखल देकर राजनीतिक रोटियां सेकने,क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने, रवाई की सांस्कृतिक पहचान को छिन्न-भिन्न कर आपसी भाईचारे को बिगाड़ने का कार्य कर रहे हैं दो दिनों से चल रही बैठक हालांकि अभी किसी मुकाम तक तो नहीं पहुंच पाई लेकिन, इस बैठक के बाद क्षेत्र का माहौल शांतिपूर्ण जरूर बना है। आगे भी कोशिशें जारी रहेंगी ताकि छेत्र में पूर्व की भांति भाईचारा कायम रह सके।