
बीबीसी ख़बर, न्यूज नेटवर्क मोरी उत्तरकाशी
Mori,purola/uttarkashi (May 15/24) मोरी विकास खंड के सीमांत छेत्र में चार ग्राम पंचायतों और विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हरकीदून सहित एक दर्जन पर्यटक स्थलों को जोड़ने वाला चीलूड़गाड़ पर बना पैदल पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । पुल इतनी जर्जर स्थति में पहुंच गया की अब स्थानीय वासिंदे भी इस पर चलने से कतरा रहे हैं। वहीं पार्क प्रशाशन किसी बड़े हादसे की इंतजारी में गहरी निंद्रा में सोया हुआ है।

मोरी विकास खंड के गोविंद वन्य जीव पशु विहार इलाके के गंगाड ग्राम पंचायत के चीलूड़गाड़ पर बना पैदल पुल जर्जर स्थति में पहुंच गया। इस पुल से ओसला, गंगाड, पवानी, ढाटमीर ग्राम पंचायतों की लगभग चार हज़ार की आबादी सहित विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हरकीदून, लुंसारा बुग्याल सहित एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पहुंचने वाले पर्यटक इसी जर्जर पुल से आवाजाही करने को मजबूर हैं। साथ ही इन ग्राम पंचायतों की रसद आपूर्ति सहित तहसील/जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए भी यही एक मात्र पुल इन गावों की लाइफ़ लाइन है। कई बार इस जर्जर पुल से कई पशु हानि हो चुकी है।
सुपिन रेंज के रेंज अधिकारी गौरव अग्रवाल ने बताया कि वो घटनास्थल का मौका मुआयना करने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मियों को भेज रहे हैं। और प्राथमिकता के आधार पर उक्त पैदल पुलिया पर मरमत कार्य करवाया जायेगा।
ग्रामीण राजपाल,नौनियाल सिंह,यशपाल पँवार,दफ्तर चौहान्,गंगा सिंह,रनदेव राणा ,प्रकाश सिंह,गोविंद सिंह,जय सिंह,संजय सिंह,आदि ने पैदल पुलिया पर जल्द मरम्मत करने की मांग की।