स्वयंसेवकों ने शशिकांत दीक्षित के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दी श्रदांजलि
संघ कार्यालय पुरोला में आयोजित किया गया शोकसभा कार्यक्रम
शोक सभा में ये रहे उपस्थित
जिला कार्यवाह गोविंद राणा, फकीर चंद,रोशन लाल बिजल्वाण, नवीन गैरोला, राजपाल पंवार, भगवान शर्मा,राजेंद्र शर्मा,मलकेश सेमवाल, डॉ प्रह्लाद रावत,पंडित शांति प्रसाद सेमवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश चौहान आदि थे।
नौगांव। आरएसएस के क्षेत्र कार्यवाह शशिकांत दीक्षित का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में 19 मार्च को निधन हो गया था। उनके निधन पर संघ कार्यालय पुरोला में स्वयंसेवकों ने नम आंखों से पुष्पांजलि अर्पित करते हुए, उनके द्वार आरएसएस के लिए दिए योगदान को याद किया। साथ ही दीक्षित के निधन को समाज के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। शशिकांत दीक्षित मूल रूप से बिजनौर के रहने वाले थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह (पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड) शशिकांत दीक्षित का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को दिल्ली में निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। पश्चिमी उप्र व उत्तराखंड में संघ को मजबूती देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। संघ समेत विभिन्न दलों और संगठनों ने दीक्षित के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। संघ कार्यालय पुरोला में जिला प्रचारक नरेश जी और जिला कार्यवाह गोविंद राणा सहित कई स्वयंसेवकों व संगठन के लोगों ने उनके द्वारा आरएसएस के लिए दिए योगदान पर प्रकाश डाला।
विद्यार्थी जीवन में आए आरएसएस के संपर्क में : दीक्षित विद्यार्थी जीवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए और वर्ष 1962 में संघ शिक्षा वर्ग में भाग लिया। वर्ष 1963 से 1965 तक चंदौसी में प्रचारक रहे। वर्ष 1965 से 1968 तक उन्होंने देहरादून में हिंदू नेशनल कॉलेज में अध्यापन कार्य किया। वर्ष 2000 में उन्होंने वरिष्ठ प्रबंधक के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली। जिला प्रचारक नरेश जी ने कहा है कि स्वर्गीय शशिकांत दीक्षित ने जीवन पर्यंत राष्ट्र विचारों से ओतप्रोत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य में स्वयं को समर्पित कर दिया। जिला कार्यवाह गोविंद राणा ने कहा कि शशिकांत दीक्षित की कमी हमेशा रहेगी परंतु उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर हम आरएसएस को परम वैभव की दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं।