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एक्सक्लूसिव खबर –
Mori,Uttarkashi (Aug 10/24) मोरी विकास खंड के राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोरी में प्रधानाचार्य ने कक्षा 8 की दो बालिकाओं पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उनकी टीसी स्कूल से काट दी, टीसी में छात्राओं पर अनुशासनात्मक कार्यवाही का उल्लेख करते हुए आचरण और कार्य असंतोष जनक दर्शाते हुए दोनों बच्चों को स्कूल छोड़ने पर विवश कर दिया। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी मोरी का कहना है। कि उक्त मामले में उन्होंने अपने उच्च आधिकारियों को सूचित करते हुए,प्रधानाचार्य द्वारा किए गए कृतयों की जांच भी शुरु कर दी है। वहीं विद्यालय प्रधानाचार्य का कहना है की बच्चों को मोहरा बनाकर विद्यालय स्टाफ उनके खिलाफ़ साजिशें रचने के काम में लगा रहता है।
राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोरी की प्रधानाचार्य ने स्कूल में अध्यनरत कक्षा आठ की तीन बालिकाओ की टीसी स्कूल से काटते हुए दो छात्राओं की टीसी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही का उल्लेख करते हुए आचरण और कार्य असंतोष जनक दर्शाते हुए दोनों बच्चों को स्कूल छोड़ने पर विवश कर दिया। छात्राओं का आरोप है कि प्रधानाचार्य मैम उनको अंग्रेजी पढ़ाती थी और वह कक्षा में पढ़ाने नहीं आती थी जिस पर उन्होंने पढ़ाने के लिए बोला तो मैम उन पर बरस पड़ी और उनके साथ मार पिटाई भी की।
विद्यालय स्टाफ का कहना है कि प्रधानाचार्या का किसी भी स्टाफ और छात्राओं के साथ सही व्यवहार नहीं है। उन्हें कई बार खंड शिक्षा अधिकारी की तरफ से जारी पत्र में पद भार किसी अन्य शिक्षक को देने के लिए पत्र जारी हुए लेकिन उन्होंने अपना चार्ज किसी और को दीया ही नहीं।
वहीं प्रधानाचार्य सरोज राणा का कहना है कि विद्यालय स्टाफ उनके खिलाफ़ लम्बे समय समय से साजिशें रचने के कार्य में जुटा है। और इस बार उन्होंने छात्राओं को मोहरा बना कर छात्राओं द्वारा उनके साथ अभद्रता और हमला करवाया गया जिस पर उन्होंने छात्राओं को अनुशासन में बने रहने के मकसद से उनकी टीसी पर अनुशासनात्मक टिप्पणी का उल्लेख किया। हालांकि प्रधानाचार्य का कहना है कि उनके द्वारा विद्यालय के एसआर रजिस्टर में ऐसा कुछ भी दर्ज नहीं किया जिससे बच्चों के भविष्य पर कोई खतरा मंडराए। साथ ही पूर्व में कई बार विद्यालय स्टाफ और छात्राओं द्वारा उनके ऊपर दुर्व्यवहार और हमले किए गए जिस पर उन्हें स्कूल में पुलीस तक बुलानी पड़ी थी।
वहीं छात्राओं के परिजन प्रीतम का कहना है कि प्रधानाचार्य ने उनकी बालिका के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया है। उनकी बालिका की शिकायत पर वह विद्यालय पहुंचे जहां प्रधानाचार्य ने उनसे लिखित माफी देने को कहा। लेकिन उन्होंने वह नहीं किया तो उनकी बालिका की टीसी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की टिप्पणी लिख दी गई।
वहीं खंड शिक्षा अधिकारी मोरी पंकज कुमार का कहना है कि उक्त विद्यालय उन्होंने गोद ले रखा है और विद्यालय में चल रहे द्वंद की जानकारी उनके संज्ञान में भी है। विद्यालय प्रभार संभालने के लिए उनके पास कोई अन्य महिला शिक्षिका नहीं है। और प्रधानाचार्य के व्यवहार के बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित भी कर दीया गया है। और जिन दो बालिकाओं की टीसी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की टिप्पणी लिखी गई है यदि उनके पास काउंटर साइन के लिए टीसी आती है तो वह प्रधानाचार्य का इस मामले में स्पष्टीकरण तलब करेगें।