Purola। नकल माफिया हाकम सिंह के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलने के बाद सिदरी निवासी बिशुली देवी के ज्ञापन से अब पुरोला से लेकर मोरी ब्लॉक के जखोल तक कब्जाई गई भूमि पर चिन्हीकरण का कार्य शुरू किया जाएगा। एसडीएम पुरोला ने राजस्व विभाग, गोविंद वन्य जीव विहार एवं लोक निर्माण विभाग के आला अधिकारियों को कब्जाई गई सरकारी जमीन के जांच करने के आदेश दिए है।
विकासखंड मोरी के गोविन्द वन्य जीव विहार क्षेत्र के सिदरी में नकल माफिया हाकम सिंह द्वारा राजस्व एवं वन विभाग की भूमि पर बनाए गए रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलने के बाद क्षेत्र में रिजॉर्ट एवं सेब के बगीचों की आड़ पर कुछ लोगों द्वारा सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को भी क्या अब हटाया जाएगा?गोविंद वन्य जीव विहार क्षेत्र में अधिकांश रसूखदार लोगों के सेब के बाग हैं। इनमें आईएएस शंकर अग्रवाल की पत्नी नीता अग्रवाल, पूर्व प्रमुख सचिव आईएएस सुभाष कुमार की पत्नी सुनिता कुमार, पूर्व वन मंत्री मातबर सिंह कंडारी के बेटे राजीव कंडारी सहित कई सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल है। यहां अधिकांश रिजॉर्ट एवं होमस्टे भी बने हुए है। हाकम सिंह के रिजॉर्ट को ध्वस्त करते समय 8 अक्टूबर को हाकम सिंह की पत्नी बिशुली देवी एवं श्रीदेवी ने उपजिलाधिकारी को एक पत्र सौंपा था। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि पुरोला से लेकर मोरी ब्लॉक के गोविन्द वन्य जीव विहार क्षेत्र के जखोल गांव तक वन एवं राजस्व विभाग की भूमि पर भारी मात्रा में अतिक्रमण किया गया है। साथ ही कहा कि जब तक सभी लोगों का अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तब तक उनका अतिक्रमण भी न हटाया जाए। उन्होंने कहा कि पुरोला से लेकर जखोल गांव तक अधिकांश होटल, होमस्टे सरकारी भूमि पर बने हुए है। उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग से संबंधित पत्र एसडीएम को सौंपा था।
तहसीलदार मोरी, उप निदेशक गोविन्द वन्य जीव विहार एवं अधिशासी अभियंता लोनिवि को लोगों द्वारा कब्जाई गई सरकारी भूमि के जांच के निर्देश दिए है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। – जितेंद्र कुमार, एसडीएम पुरोला।