रूस- यूक्रेन वॉर : खारकीव शहर में रूसी सेना ने बरसाये गोले, गैस पाइपलाइन उड़ाई
कीव शहर को रूसी सेना ने चारों तरफ से घेरा, कर्फ्यू लागू
माइनस 5 डिग्री तापमान में खुले आसमान के नीचे कट रही है मेडिकल छात्रों की रातें
पुरोला। रूस और यूक्रेन के मध्य छिड़ा युद्ध दिन प्रतिदिन विकराल रूप लेता जा रहा है। कहीं ये तीसरे वर्ल्ड वॉर की आहट तो नहीं हैं। चार दिनों से जारी युद्ध में अभी तक 192 नागरिकों की जान जा चुकी है। रूस ने आज यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खारकीव स्थित गैस पाइपलाइन प्लांट को उड़ा दिया है। राजधानी कीव को रूसी सेना ने चारों तरफ से घेर रखा है। जिसके चलते वहां के मेयर ने पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। और लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी गई है।
रूस पर लगाये कद प्रतिबंध : यूक्रेन पर रूस के द्वारा किये गए हमलों के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। रूस कर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और आर्मी चीफ की सम्पतियों को जब्त करने का ऐलान किया है।
16 सदस्य दल के साथ रोमानिया बॉडर पहुंचे आशीष नौटियाल : यूक्रेन के विनितशिया शहर से रोमानिया बॉडर पर पहुंचे उत्तरकाशी निवासी मेडिकल के छात्र आशीष नौटियाल ने BBC खबर संवाददाता से बातचीत में बताया कि मैं यहां करीब 12 घण्टे से हूं। रोमानिया बॉडर पर इस समय करीब 3000 छात्र-छात्राएं मौजूद हैं। जो स्वदेश लौटने का बेसब्री से इंताजर कर रहे हैं। यहां स्तिथियां बहुत खराब है। एक ओर ठंड का प्रकोप है तो दूसरी तरह बमबारी का भय है। बच्चों के पास खुद को बचाने के लिए कम्बल तक नहीं है। हम लोग माइनस 5 डिग्री तापमान में खुले आसमान के नीचे 15 घण्टे से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। छात्रों ने भारत सरकार से फ्लाइटों की संख्या में बढ़ोतरी करने की गुहार लगाई है। जिससे सभी छात्र अपने घरों को जल्द सुरक्षित पहुंच सकें।