रवांल्टी कविता संग्रह “का न हन्दू” और जौनसारी एल्बम “हॉऊ व माईये” का लोकार्पण
अखिल भारतीय लोक साहित्य मंच के वार्षिक अधिवेशन में पहुंचे रवांई, जौनसार और बावर की साहित्यिक हस्तियां
नौगांव। अखिल भारतीय लोक साहित्य मंच द्वारा राइका पुरोला में आयोजित वार्षिक अधिवेशन में लोकसंस्कृति को बचाने में अपना अहम योगदान देने वाले साहित्यकार महावीर रवांल्टा, गीतकार रंगकर्मी नंदलाल भारती, श्याम सिंह चौहान सहित लोक भाषा के लिए पत्रकार नीरज उत्तराखंडी को लोक साहित्य रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज पुरोला में आयोजित वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी और विशिष्ट अतिथि गीतकार रंगकर्मी नंदलाल भारती ने किया। इस मौके pr उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है और साहित्य में साधना करने वाले लोग समाज को नई दिशा देते है। इसलिए प्रगतिशील राजनीति के लिए साहित्य का होना बहुत जरूरी है।
लोक भाषा संस्कृति को बचाने एवं नवांकुर लोककवियों को मंच प्रदान करने के उद्देश्य अखिल भारतीय लोकसाहित्यिक मंच द्वारा उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज पुरोला में आयोजित वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह में दो दर्जन से अधिक कवियों ने रवांल्टी, बावरी-जौनसारी लोक भाषा में लोक के विभिन्न रंगों को कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया है। जबकि इस दौरान दिनेश रावत के कविता संग्रह ‘का न हंदू’ का और गायक श्याम सिंह” चौहान कृत जौनसारी एल्बम”हांऊ व माईए” चित्रगीत का लोकार्पण किया गया है।
दो दर्जन कवियों ने किया कविता पाठ
अखिल भारतीय लोक साहियत्यिक मंच के संस्थापक व आयोजनकर्ता नरेश मेहता, शिक्षक विक्रम सिंह रावत, महावीर रावत, दिनेश रावत, गीतकार श्याम सिंह चौहान, लोक गायक सीता राम चौहान, अनिल बेसारी, गोपाल कैंतुरा, जगदीश गुंसाई, जयेन्द्र रावत, वरिष्ठ लेखक खिलानंद बिजल्वाण, जय प्रकाश सेमवाल, पत्रकार प्रेम पंचोली, ध्यान सिंह रावत, प्रदीप रावत, कुलवंती रावत, भारती आनंद, राजुली बत्रा, अनुरूपा, बसंती असवाल, अनोज रावत, धीरेन्द्र चौहान, ललीत डोभाल, देवी प्रसाद बिजल्वाण, शुभम, नवीर राणा, रोशन बिजल्वाण सहित दो दर्जनों से अधिक कवियों ने अपनी अपनी कविताओं का कविता पाठ किया है।