बीबीसी ख़बर, न्यूज नेटवर्क
Gadoli (03 Dec)रवाई घाटी के ऐतिहासिक देवलांग मेले को भव्य और दिव्य बनाने को लेकर आज बनाल घाटी के साटी और पानसाई थोक के 55 गावों की, मुल्क पति राजा रघुनाथ की उत्पति स्थली देवढोखरी में दोनों थोक मंडलों की एक बैठक अयोजित हुई। जिसमें मंगशीर बग्वाल के दिन आयोजित होने वाले पौराणिक देवलाँग मेले के संबंध में व्यवस्थाएं बनाने व मेले को दिव्य और भव्य बनाने को लेकर चर्चा की गई।
देव डोखरी में आयोजित साटी और पानसाई थोक मंडलों के अध्यक्ष चैन सिंह चौहान व किताब सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पौराणिक देवलांग मेले को दिव्य और भव्य बनाने के साथ ही इस मेले से जुड़ी हुई व्यवस्थाओं व सुरक्षा को लेकर चर्चाएं व जिम्मेदारियां सौंपी गई। मेला समिति के अध्यक्ष प्रदीप गैरोला ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष अधिक श्रद्धालुओं की बढ़ने की संभावना है। जिसको लेकर मेले की व्यवस्था को और चाक चौबंद और व्यवस्थित करने पर जोर दिया जाए।
वहीं साटी थोक के अध्यक्ष चैन सिंह चौहान, पानसाई थोक के अध्यक्ष किताब सिंह रावत ने बैठक में बताया कि जो लोग पूर्व से जिस–जिस जिम्मेदारी को निभाते हुए आ रहे हैं उस व्यवस्था में आए नए लोगों को भी अपनी भूमिका और जिम्मेदारी का निर्वाहन और बढ़िया ढंग से करना होगा।
बैठक में। दोनों थोक मंडलों के बाजिरों सहित वीरेंद्र चौहान, गंभीर चौहान, जिला पंचायत सदस्य पवन पंवार, लायबर कलुडा, चैन सिंह पंवार, लायबर रावत, पवन सेमवाल, पंकज सिंह, बलवंत पंवार, सुखदेव रावत, दर्मियान सिंह, गोपेश्वर प्रसाद, जयंती प्रशाद, अनूप सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।