उत्तराखंड

वनाग्नि रोकने को लेकर कार्याशाला आयोजित

वनकर्मियों और स्थानीय लोगों को सिखाए वनों को आग से बचाने के गुर

पुरोला। गोविंद वन्य जीव राष्ट्रीय पार्क नैटवाड़ स्तिथ कार्यालय में वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए जन सहभागिता एवं तकनीकी पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यशाला में वन विभाग के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों जंगलों को आग से बचाने के गुर सिखाए गए।

वन कर्मियों को जंगलों को आग से बचाने के गुर सिखाते पार्क के उप निदेशक डीपी बलूनी।

सोमवार को गोविंद वन्यजीव राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र के नैटवाड़ स्थित कार्यालय में उप निदेशक डीपी बलूनी ने नेतृत्व में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। डीपी बलूनी ने बताया कि वन अग्नि एक राष्ट्रीय आपदा है जिससे मनुष्य के साथ ही पशु-पक्षी पेड़-पौधे और वातावरण पूरी तरीके से प्रभावित हो जाता है। दिन प्रतिदिन मौसम में आ रहे बदलाव भी इसी कारण हो रहा है। इसलिए हम सब का कर्तव्य बनता है कि वातावरण को शुद्ध रखने के लिए हर वर्ष खूब पेड़-पौधे लगाने चाहिए। सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे ब्लॉक प्रमुख मोरी वचन पंवार ने  कहा कि ग्रामीणों को वन अग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने लोगों से जंगलों को आग से बचाने की अपील की। इस मौक पर रेंज अधिकारी ज्वाला प्रसाद थपलियाल, थानाध्यक्ष मोरी सतीश घिल्डियाल और वन विभाग के कर्मचारियों के साथ ग्रामीण मौजूद रहे।

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