हंस फाउंडेशन ने जखोल न्याय पंचायत में बांटे सेब के पौध
सेब की प्रजाति : किंगरुट, अर्ली रेडवन, गेल-गाला, गाला शिनिको, रेडवन गाला हपके, ग्रीनस्मिथ चैलेंजर, ऑर्गन स्पर-टू आदि।
पुरोला। मोरी ब्लॉक के न्याय पंचायत जखोल निवासी समाजसेवी एवं हंस फाउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य एडवोकेट किशन सिंह रावत ने जखोल में कार्यक्रम आयोजित कर हंस फाउंडेशन के प्रेरणा स्रोत करुणामयी माता मंगला एवं भोले महाराज के सहयोग से शिमला से लाए गए सेब के विभिन्न प्रजाति के 8000 पौधों का क्षेत्र में वितरण किया।
एडवोकेट किशन रावत ने बीबीसी खबर से बात कर बताया कि माता मंगला जी न्यायपंचायत जखोल क्षेत्र को हिमाचल की तर्ज पर विकसित करना चाहती है। क्योंकि यहां की भौगोलिक परिस्थितियां हिमाचल से मिलती-जुलती है। और बागवानी के लिए उपयोगी साबित होंगी। जिससे क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी में सुधार आएगा। ट्रॉयल के लिए अभी केवल जखोल गांव चुना गया है। सफलता मिलने पर अगले वर्ष समूचे क्षेत्र में पौध वितरण किया जाएगा। समस्त बागवानों ने माता मंगला और भोले महाराज का आभार जताया। इस मौके पर जिला प्रचारक विजयपाल सिंह रावत, पूर्व प्रधान हाकम सिंह रावत व पूर्व विधायक प्रत्याशी रामलाल विश्वकर्मा, मन्नू रावत सुरेंद्र रावत व प्रताप सिंह रावत स्याणा डॉ शाहिद सिद्दीकी उपस्थित थे।
आपको बताते चलें कि पिछले साल नवंबर माह में हंस कल्चरल सेंटर दिल्ली द्वारा जखोल में विशेषज्ञों का दल हिमाचल से भेजा गया था, विशेषज्ञों की टीम ने क्षेत्र का निरक्षण कर जखोल क्षेत्र को सेब की बागवानी के लिए उत्तम पाया था।