
बीबीसी ख़बर न्यूज नेटवर्क Breaking News–
Uttarkashi (DEC.08/2023)मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी “दीदी भुली महोत्सव” में उत्तरकाशी पहुंच कर 240 करोड़ रूपए की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया साथ ही,वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट में हाल ही में देश में दूसरे स्थान का सम्मान पाने वाले लाल धान की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाल धान का उत्पादन करनी वाली महिलाओं ने मुख्यमंत्री को लाल धान की बाली भेंट की। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के साथ लाल धान की पारंपरिक ओखली यानी उलख्यारे में (मूसल) थामकर कुटाई भी की । साथ ही लाल धान के चूड़ा बनाने की जानकारी ली।

उत्तरकाशी पहुंचे मुख्यमंत्री का जिल्ले भर से आए लोगों ने जबरदस्त स्वागत किया। इस दौरान सीएम धामी ने 240 करोड़ से अधिक लागत की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिनमे उत्तरकाशी जिले के विकास के लिये 57 करोड़ 38 लाख की लागत की 24 योजनाओं का शिलान्यास करने के साथ ही 45 करोड़ 37 लाख की लागत की 38 योजना का लोकार्पण किया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यूजेवीएन लिमिटेड के तिलोथ विद्युतगृह के नवीनीकरण, उच्चीकरण एवं पुनरोद्धार (आर.एम.यू.) कार्यों का लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने शक्ति माता और बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करते हुए बद्री गायों की पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की।
लाल धान की ली जानकारी, सीएम ने ओखली में कूटा लाल धान –
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रवाई घाटी के पुरोला छेत्र से पहुंची महिलाओं से लाल धान की जानकारी लेते हुए, लाल धान के चूड़ा के बारे में भी जानकारी जुटाते हुए पारंपरिक लकड़ी की ओखली में लाल धान भी कूटा

रामलीला मैदान में आयोजित “दीदी भुली महोत्सव” कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने पांडाल में लगे स्टालों का निरीक्षण भी किया और जानकारी जुटाते हुए। महीला समूहों के कार्यों की प्रशंशा की ।
इस दौरान गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजलवान, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश चौहान, हरीश डंगवाल, सुनील भंडारी, लोकेश उनियाल, मोरी ब्लॉक प्रमुख बच्चन पंवार, दर्शन सिंह, बड़कोट पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अतोल रावत , जसोदा राणा, बलदेव चौहान आदी लोग मौजुद रहे।

वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने चरखा चला कर ऊन की कताई की–
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीदी भुली महोत्सव में डुंडा और बगोरी क्षेत्र के पारंपरिक ऊन की कताई करने वाले चरखा चलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऊन की कताई कर पारंपरिक ऊनी वस्त्रों को बढ़ावा देने का संदेश दिया। साथ ही डुंडा और बगोरी से पहुंची महिलाओं को चरखा चलाने और ऊन कताई की जानकारी भी ली ।