
बीबीसी ख़बर, न्यूज नेटवर्क–सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन अपडेट
Uttarkashi (17 Nov) NHIDCL के निदेशक अंशु मनीष खल्को और जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने संयुक्त रूप से मीडिया को ब्रीफ करते हुए कहा की आज हैवी ऑगर ड्रिल मशीन द्वारा 24 मीटर ड्रिल कर 900 एमएमके पाइप क्षतिग्रस्त जगह पर डाले गए हैं अभी मशीन के कार्य को रोक दीया गया क्योंकि मशीन से काफी वाइब्रेशन (कंपन) हो रहा है। जिससे मलवा गिरने का खतरा मंडरा रहा है। जिस वजह से बिच में मशीन को बंद किया जा रहा है। साथ ही इंदौर से एक और मिशन को एयर लिफ्ट कर मंगवाई गई है जो रिजर्व में रहेगी।
सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 40 लोग सुरक्षित और स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं। इनके साथ पाइप के माध्यम से बातचीत हो रही है। और इसी पाइप के सहारे खाद्यान्न आपूर्ति व ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। टनल में फंसे लोगों को 60 घंटे से भी ज्यादा वक्त हो गया है।
और टनल के बाहर इंतजार कर रहे लोगों का सब्र का बांध टूटता हुआ नज़र आ रहा है। परिजनों का कहना है की रेस्क्यू ऑपरेशन की जिम्मेदारी भारतीय सेना को सौप दिया जाना चाहिए था। रेस्क्यू कार्य में जुटे बचाव दल ने संभावना जताई कि कल रात या परसों तक पुरा रेस्क्यू ऑपरेशन निपट जाने की सम्भावना है। वहीं एसडीआरएफ और एनडीआरएफ सहित पुलीस के जवानों ने आज रेस्क्यू कार्यों का मॉक ड्रिल भी घटनास्थल पर की।