उत्तरकाशी : आपदाओं से निपटने के लिए कार्यशाला आयोजित
आईआरएस स्पेशलिस्ट ने अधिकारियों और कर्मचारियों को दी दायित्वों की विस्तृत जानकारी
नौगांव। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में आज प्राकृतिक एवं मानवजनित आपदाओं से निपटने के लिए एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें आईआरएस स्पेशलिस्ट बीबी गणनायक ने अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके दायित्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही आपदा की घटनाओं से निपटने के लिए जनपद मुख्यालय के विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को सीडीओ गौरव कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबन्धन विभाग के तत्वाधान में इंसीडेन्ट रिस्पोंस सिस्टम (आईआरएस) के तहत प्राकृतिक व मानवजनित आपदाओं से निपटने की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें आईआरएस स्पेशलिस्ट बीबी गणनायक ने अधिकारियों को स्टेजिंग एरिया का महत्व एवं स्टेजिंग एरिया में सम्पादित होने वाली गतिविधियों, आपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन व लॉजिस्टिक एण्ड फाईनेंस सेक्शन एवं उनकी यूनिट की जानकारी तथा यूनिट में तैनात किये जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों एवं दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर डीएफओ पुनीत तोमर, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, एसडीएम डुण्डा मीनाक्षी पटवाल, जिला विकास अधिकारी केके पन्त, डीएसटीओ चेतना अरोड़ा. ईई विद्युत मनोज गुसाई, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
राइका गंगोरी में मॉक ड्रिल का अभ्यास : राइका गंगोरी में भूकंप, तेंखला के पास वनाग्नि और भूस्खलन की घटना की मॉक ड्रिल का अभ्यास किया। अभ्यास में आपदा घटनाओं की सूचना प्राप्त होते ही विभिन्न विभागों के अधिकारी मुख्यालय स्थित कन्ट्रोल रूम पहुंचे तथा स्टेजिंग एरिया रामलीला मैदान में विभिन्न विभागों के संसाधन इक्क्ठा कर घटना स्थल पर पहुंच राहत एवं बचाव कार्यों को अंजाम दिया गया। इस दौरान कुल चार व्यक्ति घायल हुए जिनमें से दो गम्भीर घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया तथा दो सामान्य घायलों का घटना स्थल पर ही शिविर में उपचार किया गया। वनाग्नि में 1.5 हैक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुयी। जानमाल की कोई हानि नहीं हुयी।