बीबीसी ख़बर, न्यूज नेटवर्क देहरादून
Dehradun (DEC 02/2024) क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर व रवाई घाटी के बड़कोट/पुरोला/ मोरी में तैनात डीएफओ दंपती के कार्य प्रणाली से नाखुश विधायक दुर्गेश्वर लाल आज वन मंत्री सुबोध उनियाल के आवास पर उप निदेशक पार्क प्रशाशन द्वारा पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों को रोके जाने व हक हकुक से स्थानीय लोगों को वंचित रखने और विगत दो सप्ताह से जंगलों में लगी बेकाबू आग से बेलगाम विभाग के आला अधिकारियों की कार्य प्रणाली से परेशान विधायक दुर्गेश्वर लाल यमुना कालोनी स्थित वन मंत्री के आवास पर पहुंचे जहां कुछ घंटे असफल बातचीत का दौर चला बाद में मंत्री ने विधायक के साथ अपशब्दों के साथ अभद्र व्यवहार कर विधायक को अपने बंगले से बहार निकाल दीया ,जिस पर नाराज विधायक दुर्गेश्वर लाल ने सुबोध उनियाल के आवास के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। मामले की गम्भीरता को देखते हुए सीएम धामी ने विधायक दुर्गेश्वर लाल को अपने आवास पर बुला कर आश्वस्त करते हुए कहा की कल समस्या का निस्तारण करते हुए जनता के हितों में फैसला किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने सांकरी में पर्यटक स्थलों में पर्यटकों की पूर्व की तरह आवाजाही को लेकर आज सुबह 11 बजे वन मंत्री सुबोध उनियाल के यमुना कालोनी आवास पर मुलाकात करने पहुंचे जहां उनके बिच लगभग तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक बातचीत होती रही। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने पीसीसीएफ हॉफ को अपने आवास पर तलब कर मामले में कार्यवाही करने के निर्देश दे रहे थे, और एक सप्ताह में जांच कर मामले में अग्रिम कार्यवाही करने की बात कह रहे थे जिस पर विधायक दुर्गेश्वर लाल अड़ गए कि मेरी बात का भरोसा कर उपनिदेशक पार्क प्रशाशन को तुरंत हटाया जाए। जिस पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ,विधायक दुर्गेश्वर लाल के ऊपर भड़क गए और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर विधायक को अपने आवास से बहार भगा दिया।(विधायक के अनुसार) जिस पर विधायक दुर्गेश्वर लाल,मंत्री आवास के मुख्य गेट पर अपने समर्थकों सहित धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे समर्थक कह रहे थे की रवाई घाटी में अब एक बार फिर से (चक्रधर जुयाल के नाते दार)जल्द तिलाडी कांड की पुनरावृत्ति दोहराने के लिए रवाई की जनता को मजबूर कर रहे हैं ।
क्या कहना है वन मंत्री सुबोध उनियाल का👇
वहीं इस मामले पर वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल की शिकायत का संज्ञान ले कर एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही का आश्वासन दे दीया था। लेकिन विधायक ने उक्त आदेश फाड़ दीया।
पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का क्या है कहना👇
गोविंद वन्य जीव विहार इलाके में दो दर्जन से अधिक पर्यटक स्थल मौजुद हैं। जो राज्य में सबसे अधिक शीतकालीन पर्यटको को अपनी और आकर्षित करते हैं और तीन माह में यहां लाखों पर्यटक आते हैं जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही प्रदेश सरकार के ख़ज़ाने में राजस्व पहुंचता है। सांकरी के भगत सिंह रावत, सीएम रावत, बिजेंद्र सिंह, काजी, बलवीर पंवार, दर्शन राणा, राजेंद्र अग्रवाल आदी का कहना है कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़ कर बिना सरकारी मदद के यहां के युवाओं ने इस पर्यटक स्थल को अपने दम पर विकसित किया। और जब पर्यटक पहुंचने लगे तो लोगों ने बैंकों से लोन लेकर अपने घरों को होम स्टे और होटलों में परिवर्तित कर दीया। लिकिन अब उप निदेशक के फरमान के बाद सब कुछ चौपट होता दिख रहा है। पर्यटक व्यवसाय से जुड़े लोगों ने चेतवानी देते हुए कहा कि यदि जल्द उप निदेशक डॉ अभिलाषा सिंह का तबादला न किया गया तो 5 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।